Thursday, July 2, 2015

रुल्हा दी कूल्हा

सुते जे राणे ओ राती सुपणा जे होया ..सुते जे राणे ओ राती सुपणा जे होया ...रुल्हा दी कूल्हा बो बल ले बो लेनी ..अदि अदि हो राती राणे हुकुम जो करएा ..अदि अदि हो राती राणे हुकुम जो करएा... रुल्हा दी कूल्हा जात्रा जाइ बो रहिया ...लिख्या जो बरवाना सोरे नुआं जो भेज्या.. .लिख्या जो बरवाना सोरे नुआं जो भेज्या.... रुल्हा दी कूल्हा जात्रा जाइ बो रहिया... दिए दी लोई गोरी कागज पडया.....दिए दी लोई गोरी कागज पडया.. नैना ते चम चम रोइ बो रही है .. नैना ते चम चम रोइ बो रही है | चुक्या घडोलु पाणी जो चली है ..चुक्या घडोलु गोरी पाणी जो चली है.. रीडा ता बोले बेरी का बो ..तू कजो बोल्दा भाईया बने दे पंछियो.. सोरे दा लिख्या मिंजो मिली बो गया.. दिया ने माये ओ मेरे अंगे दे कपडे ..दिया ने माये ओ मेरे अंगे दे कपडे... रुल्हा दी कूल्हा बो जात्रा जाइ रही बो .. अज मत जांदी बो जानी मेरिये बेटिए धीये.... मंगलबार बो करड़ा होन्दा ... ससु दा लिख्या हुँदा हुन मोड़ी भेजदी ..सोरे दा लिख्या बो किन मोड़ना ,.. चारा कहारा ने डोला जे पिड़या ..गोरी ता छम छम रोइ रही है ...लता भी चिन्या लके भी चिन्या बो भाइयो .लता भी चिन्या लके भी चिन्या बो भाइयो ..मुंडे ठेस मत लाई बो रेह्न्दे ..इस ता बता मेरे मापये ने लंगना ..जांदी ता बार गल मिली बो लईऐ ....लके भी चिनयो ..मुंडे भी चिनयो भाईओ मुह जो ठेस मत लगान्दे बो .. इस ता बता मेरे पंते ने लंगना .. घड़ी भर गल करी बो लेनी ... सोर्या जो मिलनी नुआं और भात्र्यिां ..माप्या जो दी नहीई मिलणी ...रुल्हा दी कूल्हा बो बल ले बो लेइ ...

No comments:

Post a Comment